पहले मन को अपने वश में करो
तभी सफल होगे!
अगर तुम हार गए हों तो शायद तुम्हारा हारना तय था लेकिन तुम ये देखो कि तुमने कोशिश कितनी की!
पूछो ख़ुद से की जो तुम हार गए हों तो क्या उसमे तुम्हारी गलती थी! कि तुमने कोशिश ही नहीं की जीतने की फिर तो अवश्य ही तुम्हारी ही कमी रहीं होगी। या फिर किसी और वज़ह से हारे गए हों!
तुम पहले इंसान नहीं हो जो हारे गए हों जाने कितने लोग हार का मुंह देखकर तब जीत को देखते हैं!
अगर तुमने ये स्वीकार कर लिया है कि तुम हमेशा हारोगे तो अवश्य ही तुम जीत का सुख नहीं भोग पाओगे क्यूंकि जो तुम्हारा मन स्वीकार करता है वहीं जीवन में घटित होने लगता है।
और पढे: Motivational thoughts in hindi
0 Comments