दिन का ढल जाना हमे अक्सर ये बताना चाहता है की एक नई सुबह एक नई शुरुआत हमारा इंतजार कर रही है
अगर तुम कुछ नहीं कर सकते तो तुम जो कर रहे हो उसी पर अपना पूरा फोकस लगा कर क्यों न बस थोड़ा इंतजार करो मुझे लगता है इससे कोई बेहतर रास्ता शायद हो ही नहीं सकता
मैने अक्सर सब्र के बाद कुछ अच्छा ही पाया है हाँ थोड़ा समय लगता है लेकिन तुम ठान लो तो सब्र का तुम्हे भी एक अच्छा रूप ही दिखेगा
जिंदगी में अक्सर हमे वो कुछ नहीं मिलता जिसकी हमे शिद्दत से ख्वाहिश हो तुम चाहे कितनी भी कोशिश कर लो, कितने भी जतन कर लो अगर वो किस्मत में न हो तो मिलेगी ही नहीं, कहते है दुआएं किस्मत भी बदल देती है
लेकिन अगर ऊपर वाले ने हमारा अच्छा सोचकर उसे हमारी किस्मत में ही न लिखा हो तो फिर शिकायतें करना ठीक नहीं, कुछ पल की परेशानी हमारे जीवन भर की खुशियों को बचा लेती है
और जीवन में एक पल आता है उस समय हम बैठकर ये जरूर सोचते है कि जो हुआ सब अच्छा हुआ अगर मैं वहां से न निकला होता तो मैं उसी भवर में फसा रह जाता हमें बाद में जरूर पता चलता है कि हमारे ना लिए गए फैसले भी सही होते है
जिंदगी तब आसान नहीं होती जब हमारा दिमाग हमसे अनकहे, अनसुने सवाल करने लगता है उस समय हमारे पास जवाब कम और सवाल ज्यादा होते है और सवालों का भवर हमारे सोच के जरिये हम पर हावी हो जाता है
उस समय हमारी दुनिया से नहीं खुद से लड़ाई होती है और जब हम खुद से खुद की लड़ाई में जीत जाते है तब असल में हम दुनिया से लड़ने के लिए खुद को तैयार कर चुके होते है तब असल में हमारी जीत होती है
हमे पहले खुद को संभालना बेहद जरुरी है तभी हम जिंदगी में आने वाले इम्तिहानो को असल में पार कर पायंगे
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