My mind thoughts in hindi

My mind thoughts in hindi ||Self motivational thoughts ||By lekhh 

इंतजार...एक लंबा इंतजार। 

इंतजार करना कितना मुश्किल है। जब पता हो कि जिसका हम इंतजार कर रहें है वो कभी आने वाला ही नहीं है, वो हमारी किस्मत में लिखा ही नहीं गया है। बहुत मुश्किल होता है खुद को बार बार ये समझाना कि कोई नही आने वाला है।

My mind thought in hindi by lekhh

पता नही कितने ही लोग हमारी जिंदगी में आते है और कितने ही साथ छोड़ जाते है, कुछ थोड़े समय के लिए ही हमारी जिंदगी में आते है, लेकिन वो ऐसी यादें हमारे साथ छोड़कर जाते है कि शायद पूरी जिंदगी लग जाती है उन यादों को धुंधला करने में ही।

सबके अपने अपनें किरदार होते है, सबकी अपनी अपनी अलग एक पहचान होती है एक अच्छी खासी पर्सनेलिटी होती है। हम अलग अलग लोगो से उनके अलग अलग किरदार से प्रभावित होते है यही जीवन है इसमें हम कितने ही लोगो से मिलते रहेंगे बिछड़ते रहेंगे। 

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लेकिन कोई एक तो जरूर होता है हर किसी की जिंदगी में जिससे हम उसके साथ रहने की आदत लगाए हुए होते है ऐसी आदत जो न जाने कितने साल लगा देती है जाने के बाद, ये समझने मे की हां अब वो नही है और जब वो इंसान जाता है तो ऐसा महसूस होता है कि जेसे सब कुछ खाली हो गया हो।

जिसके साथ रहने की आदत लगी हुई होती है उसके जाने के बाद सब कुछ बिखर जाता है, मानो जैसे पहले अलग दुनिया में थे और उसके जाने के बाद हमे एक अलग दुनिया में भेज दिया गया हो। सब कुछ बहुत अजीब और अलग सा महसूस होने लगता है। 

कभी कभी हम कैसा महसूस करते है, कि जो हम दूसरों के सामने दिखते है असल में कितने बेबस है खुद को अकेले मे संभाल नहीं पाते है, हां हमे भी जरूरत होती है कि कोई साथ दे, उस वक्त जब हम बहुत मजबूत बनने की सिर्फ एक्टिंग कर रहे होते है।

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लोगो का जिंदगी में आना फिर बिना बताए चले जाना क्या यही जिंदगी का नियम है? क्या यही जिंदगी जीने का तरीका है? अगर ऐसा है तो फिर किसी को आने ही नहीं देना चाहिए।

यहां तो असल जिंदगी चल रही है कोई मूवी का सीन नहीं, अगर ये सब असल जिंदगी में होने लग जाए तो क्या इंसान सही ढंग से अपनी जिंदगी जी सकता है? ऐसे तो कोई भी इंसान सही ढंग से रह ही नहीं सकता। 

अपने आप को मजबूत बनाना ही बस एक तरीका है किसी पर कभी निर्भर ना होकर सिर्फ खुद को ही प्राथमिकता देना तभी आप खुद को संभाल सकते हो। मैने बहुत लोगो को ऐसे टूटते हुए देखा है। लोग बिखर जाते है किसी के जाने पर, कई कई साल लगते है उन्हें फिर से पहले जैसा बनने में। तो क्यों किसी पर इतना निर्भर होना, जब पता है कि इस दुनिया में कोई किसी के लिए नही रुका है, सबको जाना है, ऐसा ही होता है यही दुनिया है, खुद को संभालना हमारा ही काम है कोई आपको नही संभालेगा, मजबूत बनना होगा बस।

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1 Comments

  1. काश किसी इंसान को हम हद से ज्यादा चाहने लगे उससे पहले हम जान पाए कि वो इंसान जिंदगीभर साथ रहेगा या नहीं लेकिन सच तो यही है कि यहां कोई किसी के साथ नहीं । शेक्सपियर ने सही लिखा था कि - World is a stage. People come perform their Role and go away.
    ये बात जानकर भी अगर हम किसी को इतना अपना माने कि उसके जाने पर टूट कर बिखर जाए तो इसमें किसका दोष ?
    ठीक है आपको कोई पसन्द आया पर इसका मतलब ये तो नहीं कि उसमें कोई बुराई नहीं और किसी बुराई के चलते अगर आपको उसे छोड़ना पड़ा फिर उसकी पीड़ा भी आपने झेली तो इसमें जाने वाले से ज़्यादा दोष आपका हैं।

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